Video Lecture 1
Video Lecture 1
Video Lecture 20 Translate into English फुटबॉल, दुनिया में पसंद किये जाने वाले खेलों की सूची में सबसे उपर आता है। यूरोप और दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप में ख़ास तौर पर यह खेल बहुत ही ज़्यादा लोकप्रिय है। यहाँ लोग इस खेल को अपनी ज़िन्दगी से जोड़ कर देखते हैं। बच्चे, युवा और यहाँ तक कि
Video Lecture 19 Translate into English खिड़की खोलते ही मुझे पता चल गया कि वो कोई लड़का नहीं बल्कि लड़की है। वो कई पुरूष अभिनेताओं की हूबहू नकल कर सकती है। लगता ही नहीं कि आवाज किसी और की है। जब मैंने पहली बार उसकी मिमिक्री सुनी, तो मैं पागल हो गया। जब से वो
Video Lecture 18 Translate into English एक तेज़ तर्रार खरगोश की रोज़ रोज़ की डींगे हांकने से तंग आकर, एक कछुआ उसे लंबी रेस के लिए चुनौती देता है। अति आत्मविश्वास से भरा खरगोश उसकी चुनौती को स्वीकार कर लेता है। जैसे ही दौड़ शुरू होती है, वो पूरी जान लगाकर दौड़ता है। थोड़ी ही
Video Lecture 17 Translate into English आरव मुंबई में रहता था और उसका बहुत बड़ा घर था। आरव के पिताजी एक बहुत बड़ी नामी कंपनी में काम करते थे और उनकी मोटी तनख्वाह थी। आरव की माँ एक फैशन डिज़ाइनर थी और उनके बनाये हुए लहंगे लाखों रुपयों में बिकते थे। आरव छठी कक्षा में
Video Lecture 16 Translate into English अगर हम किसी व्यक्ति के साथ सिर्फ उसके रंग-रूप के कारण दुर्व्यवहार करते हैं; इसका सीधा सा मतलब है कि हम उवस कलाकार के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं जिसने उसे बनाया है। वो कलाकार भगवान है। सत्य के मार्ग पर चलते हुए कोई दो ही गलतियाँ कर सकता
Video Lecture 15 Translate into English ज़ाहिर है कि आप एक ही जोक को बार बार सुनकर बोर हो जाते हैं और आपको हँसी भी नहीं आती। ठीक उसी तरह से, एक ही समस्या को लेकर बार बार रोना समस्या का हल नहीं है। हर किसी को अपनी समस्या के बारे में बताकर समय व
Video Lecture 14 Translate into English क्या कभी किसी ने सोचा होगा कि एक दिन हम चाँद पर होंगे ! ये सपने जैसा ही था, है ना ? लेकिन अब लगता है कि ये निकट भविष्य में सम्भव होने वाला है। ठीक इसी तरह , जो भी कुछ आज हमें मुश्किल लगता है , वो
Video Lecture 13 Translate into English कभी मैं गाय को हरी सब्जियाँ खिला देता था, चींटी को चीनी, कौए को रोटी, बिल्ली को दूध, कुत्तों को माँस वगैरह वगैरह। लोग अक्सर पूछते थे, “क्यों करते हो?” वो कहते थे, “फल की इच्छा में किया गया कोई भी काम किसी काम का नहीं होता।” मैंने कभी